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Aaj aur kal - Today & Tomorrow Hindi Poem

आज और कल  - Today and tomorrow I have always wondered what goes on in a bride's mind just a night before her marriage. An attempt to recreate her thoughts: Source: Google Images

Dua (A prayer)

Source: Google Images ख्वाइशो की ज़मीन ~ ख्वाबो का आसमान; न जाने आज ये  जिंदगी लायी  कहा। रास्ते है हसीन , मंजिलो के करीब; क्या दिखा रहा है मुझे मेरा नसीब। कितना खूबसूरत है ये  सफ़र, न जाने क्यों मुझे लग रहा है डर। कई ठोकरों के बाद ये  मुकाम हासिल हुआ है; रेह  जाये यह मेरा होके  मेरी यही  दुआ है। ::::::Translation::::: A land of wishes and a sky of dreams, today my life has brought me at such a place.  The way is beautiful, very close to my destination...it seems my destiny wanted me to see this. This journey is beautiful but I am scared as after a lot of hardships have I come here. I just pray it stays with me forever.

An unsuccessful attempt - A poem

एक नाकाम सी कोशिश ( An unsuccessful attempt) Source: Google Images Thats Me -Basking in love!!

Lonely - A poem

तन्हा ( Lonely) ये हवा ....गुदगुदाती, खिलखिलाती , मदमस्त हवा।  न जाने कहा से चली आती है ; न जाने कहा चली जाती है। This breeze...gentle, tickling, frolicking breeze. Don't know where it comes from and where it goes away.

Ek khoj [ A search]

एक खोज  Source: Google Images जब निकले थे हम उजालो की खोज मैं; थम से गए थे जैसे सारे नज़ारे। नाचती थिरकती  रंगीन रोशनियों से जैसे भरा हुआ था सारा संसार। दूर दूर तक देखो तो हर जगह थी  एक तिम्टती लेहर . हर एक पहेलु जैसे हमसे कुछ कह रहा; वोह राज़ जो रात की स्याही ने किये थे उसे बयान . कुछ सुनी कुछ अनसुनी बातों का था वोह सिलसिला जो चला कई रातो तक। उस रौशनी की लहर ने थी एक राह सींची ; ज़मीन से लेकर आसमान तक। जिस रहा की न कोई सीमाए थी न हद्दे .....बस चलते जाना है। दूर कही एक उजाले की तिमिर है जिसकी खोज मैं आगे बढ़ते जाना है।

Ae jindagi [ Oh...life]

Source: Google Images ऐ जिंदगी .. ऐ जिंदगी मुझे अपना बना ले तू; खोसी गयी हु मैं मुझे जीना सिखा दे तू।. तेरी हकीकतो में मुझे रुलाया, तेरी हँसी ने मुझे गुदगुदाया . जब भी तुने अपना रंगबिरंगी आँचल लहराया, तभी मुझे लगा कितनी खूबसूरत है तू।. पर कभी तुने अपने रौद्र स्वरुप से मुझे डराया  . जब भी मैंने किसी तूफान का डट कर सामना किया - तुने मुझे अपनी बाहों मैं लेकर खूब थपथपाया . मेरी हर हार पे मेरा माथा चूमा और हर हार पर हौसला बढाया।. तेरी इन्ही राहों पे मैंने गिर के संभालना सिखा;  अपने आंसू पौच कर हँस  के आगे बढ़ना सिखा।. लेकिन आज न जाने क्यों तन्हाई का एहसास है, दूर दूर तक न कोई आस पास है।. चलते चलते खूब दुर चले आये है हम, लगता है हमे हम हो गए है गुम.

Mere Sapne [ My dreams]

Source: Google Images  मेरे सपने  मेरे आंसूओ  ने भर दिया एक  समन्दर , समन्दर  बना खारे  पाने से  भरकर जों निकला मेरे इन् दो आँखों के मन से . दुखो का पहाड़ था इस दिल पे टुटा; मेरा मन था अंधियारी दुनिया मैं डूबा. सोचा न था कभी कुछ ऐसा भी होता , मेरे दिल का टुकड़ा कुछ इस तरह से खोता। मन के अरमानो पे चुरिया सी चल गयी; स्वप्न नगरी मैं जैसे स्तब्धता सी चा गयी। कल तक तो हाथो मैं थे मेरे सपने, 'अटल बनके पुरे करुँगी यह सपने  ' -मन का यह विचार लेके आगे मैं बढती; पर उससे पहले थी  यह किस्मत भी पलती। मेरे सपनो पे एक डाका सा दल गया; जादूगर की छड़ी से मेरा सपना रेत मैं बदल गया। This post was published in Kaleidoscope Magazine's July 2012 issue