Source: Google Images ऐ जिंदगी .. ऐ जिंदगी मुझे अपना बना ले तू; खोसी गयी हु मैं मुझे जीना सिखा दे तू।. तेरी हकीकतो में मुझे रुलाया, तेरी हँसी ने मुझे गुदगुदाया . जब भी तुने अपना रंगबिरंगी आँचल लहराया, तभी मुझे लगा कितनी खूबसूरत है तू।. पर कभी तुने अपने रौद्र स्वरुप से मुझे डराया . जब भी मैंने किसी तूफान का डट कर सामना किया - तुने मुझे अपनी बाहों मैं लेकर खूब थपथपाया . मेरी हर हार पे मेरा माथा चूमा और हर हार पर हौसला बढाया।. तेरी इन्ही राहों पे मैंने गिर के संभालना सिखा; अपने आंसू पौच कर हँस के आगे बढ़ना सिखा।. लेकिन आज न जाने क्यों तन्हाई का एहसास है, दूर दूर तक न कोई आस पास है।. चलते चलते खूब दुर चले आये है हम, लगता है हमे हम हो गए है गुम.